Computer Memory in hindi notes [2023] | कंप्यूटर मेमोरी क्या हैं

computer memory in hindi

कंप्यूटर मेमोरी मानव मस्तिस्क के सामान है। कम्प्यूटर मेमोरी डाटा एवं इनफार्मेशन को स्टोर करता है। 

what is computer memory in hindi

कम्प्यूटर मेमोरी एक भंडारण स्थान (स्टोरेज स्पेस) है जहाँ वह डाटा और इनफार्मेशन रखा जाता है जिसको प्रोसेस (संसाधित) किया जाना है।

types of computer memory in hindi

मेमोरी तीन प्रकार की होती है: कैश (Cache) मेमोरी, प्राईमरी मेमोरी/मुख्य मेमोरी और सैकंडरी मेमोरी ।

Computer Memory Kya Hai in Hindi [2022] | Computer Memory क्या हैं

Computer Memory Chart

Computer Memory chart - कंप्यूटर मेमोरी चार्ट
Cache memory in Hindi

कैश (Cache) मेमोरी बहुत ही उच्च गति अर्द्ध कंडक्टर (semi conductor) मेमोरी होती है जो सीपीयू और मुख्य मेमोरी (main memory) की गति बढ़ा देती है। यहाँ डाटा और प्रोग्राम के उस भाग को रखा जाता जो सीपीयू (CPU) द्वारा बार-बार इस्तेमाल किया जाता है। डेटा और प्रोग्रामों के कुछ भाग ऑपरेटिंग सिस्टम के द्वारा डिस्क से कैश मेमोरी में स्थानांतरित किए जाते हैं जहाँ • सीपीयू उन को एक्सेस (access) कर सकता है । कैश मेमोरी के निम्नलिखित लाभ हैं:

> कैश मेमोरी मुख्य मेमोरी से तेज होती है।

> यह मुख्य मेमोरी की तुलना में कम समय (access time) का उपयोग करती है।

> यह अस्थायी उपयोग (temporary use) के लिए डेटा स्टोर करती है।

> यह ऐसे प्रोग्राम को संग्रहीत (स्टोर) करती है जो छोटी अवधि में लिए संग्रहीत (स्टोर) किए जा सकते हैं।

कैश मेमोरी की कुछ सीमाएं भी हैं

>कैश मेमोरी की सीमित क्षमता होती है।

> यह बहुत महंगी होती है।

Primary memory in Hindi 

 प्राइमरी मेमोरी केवल उन डेटा और निर्देश को जमा कर के रखती है जिस पर वर्तमान में कंप्यूटर काम कर रहा है। जब बिजली बंद (power off) हो जाती है तब यह मेमोरी डेटा खो देती है। आम तौर पर यह मेमोरी अर्धचालक उपकरणों से बनी होती है इसका मतलब सिलिकॉन आधारित ट्रांजिस्टर से मिलकर बने हुए एकीकृत सर्किट (integrated circuits) होता है। रैम (RAM Random Access Memory) और रोम (ROM Read Only Memory) मुख्य मेमोरी के दो उदाहरण हैं। रैम (RAM) वॉलेटाईल मेमोरी है। फ्लैश मेमोरी, रोम / प्रोम (Programmable ROM) / EPROM (Erabsable PROM) नॉन-वॉलेटाईल मेमोरी के उदाहरण हैं। डेटा और निर्देश (Instructions) जो की प्रोसेस करने के लिए आवश्यक हैं, मुख्य मेमोरी में रहते हैं।

मुख्य (Main) मेमोरी की विशेषताएँ:

> यह कंप्यूटर के काम करने वाली (working memory) मेमोरी है।

> इसकी गति मुख्य मेमोरी से भी तेज होती है।

> एक कंप्यूटर प्राइमरी मेमोरी के बिना नहीं चल सकता है।

प्राइमरी मेमोरी के दो भाग होते है रैम और रोम जिनको हम विस्तार से पढेगे।

 1. RAM in Hindi

कंप्यूटर के पढ़ने और लिखने कि मेमोरी (आर / डब्ल्यू, Read / Write) को कंप्यूटर मेमोरी कहा जाता है। इसमें उपयोगकर्ता पढ़ने के साथ ही इनफार्मेशन लिख भी सकते हैं। रैम (RAM) में किसी भी स्थान का पता निर्दिष्ट करने के बाद उस स्थान तक पहुंचा जा सकता है। RAM को "Random Access" माना जाता है क्योंकि इससे हम किसी भी मेमोरी सेल को सीधा access कर सकते है अगर हमे उस मेमोरी सेल का एड्रेस पता हो तो स्टोरेज सेल जो कि बहुत सारे ट्रांजिस्टर से मिलकर बने होते हैं, के अंदर डेटा को स्टोर रख सकते हैं| RAM के दो प्रकार के होते हैं.

a. डायनामिक रैम (DRAM)

b. स्टेटिक रैम (SRAM)

DRAM से SRAM इस प्रकार से भिन्न है कि वह समय-समय पर रिफरेश होती रहती है। SRAMDRAM से तेज होती है - और SRAM की cost (लागत) भी ज्यादा होती है। SRAM सामान्यत: सीपीयू कैश (CPU Cache) के लिए उपयोग - होती है और DRAM कम्प्यूटर की मुख्य मेमोरी के लिए उपयोग में होती है। RAM के कुछ अन्य प्रकार है:

a. EDO (Extended Data Output) RAM: EDO RAMs में किसी भी मेमोरी स्थान (location) तक पहुँचा जा सकता है। यह 256 इनफार्मेशन बाइटस latches में स्टोर करता है।

b. SDRAM (Synchronous DRAMs): ये रैम चिप्स उसी clock rate का उपयोग करती हैं जो सीपीयू करता है।

c. DDR-SDRAM (Double Data Rate SDRAM): यह रैम डेटा का स्थानान्तरण घड़ी के दोनों किनारों (on both edges of the clock) पर करता है।

2. ROM in Hindi

यह नॉन-वॉलेटाईल (non-volatile) मेमोरी होती है, यह बिजली के चले जाने (power off) के बाद भी जानकारी और डेटा को संग्रहित करके रखती है। यह इनफार्मेशन के स्थायी भंडारण (permanent storage) के लिए • प्रयोग की जाती है। ROM पर स्टोर्ड इनफार्मेशनको परिवर्तित नहीं किया जा सकता है। इस मेमोरी में जो भी संग्रहीत किया जाता है, वह हमेशा के लिए तय होता है, अर्थात उसे बदला नहीं जा सकता।

ROMs के प्रकार निम्नलिखित है:

a. PROM (Programmable Read Only Memory): इसके content यूजर द्वारा निश्चित किया जाता है। उपयोगकर्ता स्थायी प्रोग्रामों को स्टोर कर सकते हैं। डेटा प्रोम प्रोग्रामों का उपयोग कर इसमें भेजा जाता है।

b. EPROM (Erasable PROM): EPROM पर संग्रहीत इनफार्मेशन को 15 मिनट के लिए यूवी किरणों ultraviolet rays) के सामने उजागर करके मिटाया जा सकता है। इस प्रोसेस के द्वारा स्टोर्ड इनफार्मेशन के किसी एक हिस्से को मिटाना संभव नहीं है बल्कि पूरा कंटेंट ही मिटाया जा सकता है| EPROM सस्ती एवं विश्वसनीय है। 

c. फ्लेश मेमोरी: यह मेमोरी एक विद्युतीय प्रभाव द्वारा मिटाने एवं प्रोग्राम करने योग्य स्थायी प्रकार की मेमोरी है। यह मेमोरी एक ट्रांजिस्टर मेमोरी का उपयोग करती है, जिसके परिणाम स्वरूप यह सबसे उच्च पैकिंग घनत्व, कम बिजली की खपत, कम लागत और उच्च विश्वसनीयता वाली मेमोरी है। इसका प्रयोग डिजिटल कैमरा, एमपी 3 प्लेयर में किया जाता है।

Secondary Memory in Hindi

Secondary Memory को एक्स्टर्नल मेमोरी या नॉन-वोलेटाइल मेमोरी के रूप में भी जाना जाता है। यह मुख्य मेमोरी की तुलना में धीमी होती है। इसका प्रयोग स्थायी रूप से डेटा और इनफार्मेशन के भंडारण के लिए किया जाता है। CPU सीधे इन मेमोरी का उपयोग नहीं करता है, बल्कि वह इनपुट, आउटपुट routines द्वारा मेमोरी को एक्सेस करता है। सेकण्डरी मेमोरी के DVDR कंटेंट पहले मुख्य मेमोरी में स्थानांतरित होती है, और इसके बाद सीपीयू उसका उपयोग कर सकता है।

सेकेंडरी मैमोरी की विशेषताएं:

> ये ऑप्टिकल और मेग्नेटिक मेमोरी होती हैं। (बैक अप मेमोरी के रूप उपयोग होती है) 

> बिजली बंद (power off) होने बाद भी डेटा स्थायी रूप से संग्रहीत रहता है। (नॉन-वोलेटाइल मेमोरी)

> प्राइमरी मेमारी की तुलना में धीमी होती है।

> बड़े और भारी-भरकम डेटा (Large and voluminous data) कम लागत में संग्रहित किए जा सकते हैं। (e.g हार्ड डिस्क)

Hard disk, Hard Disk Drive in Hindi

यह एक डेटा भंडारण (storage) डिवाइस है, जिसका उपयोग कर डेटा भंडारण या डिजिटल इनफार्मेशन retrieve करने के लिए किया जाता है। इसे एक या एक से ज्यादा तेजी से घूमती हुई डिस्क जो की चुंबकीय सामग्री से लेपित होती है के द्वारा किया जाता है। प्लेटर्स (platters) की सतह पर जानकारी को लिखने और पढ़ने के लिए प्लेटर्स को चुंबकीय हेड्स के साथ रखा जाता है, जो एक चलती आर्म पर व्यवस्थित होता है। डेटा रेंडम एक्सेस ढंग से प्राप्त किया जा सकता है इसका मतलब है कि डेटा को किसी भी क्रम में प्राप्त (एक्सेस) किया जा सकता है। बिजली बंद (power off) होने पर भी HDD अपने डेटा को बरकरार रखता है।

HDD की प्रमुख विशेषता उसकी क्षमता और प्रदर्शन है। एक टेराबाइट (टीबी) डिस्क ड्राइव 1000 गीगाबाइट (जीबी) की होती है, जहां 1 जीबी = 1 अरब बाइट्स की क्षमता होती है। डिस्क ड्राइव की परफॉरमेंस कितने समय में कितना डाटा retrieve किया गया उसके अनुसार मापी जाती है, उदाहरण के तौर पर डाटा रेट (c.g. data rate)

Optical Disk in Hindi

सभी ऑप्टिकल डिस्क वृत्ताकार थाली (circular shaped platters) के आकार होती हैं। ये अलग अलग आकार और भंडारण क्षमता में आती हैं। सबसे लोकप्रिय ऑप्टिकल डिस्क है (WORM (CD-R), CD-RW, DVD और ब्लूने डिस्क। 

1. WORM डिस्क/ सीडी रिकॉर्डेबल डिस्क

WORM का मतलब Write Once Read Many या कॉम्पैक्ट डिस्क- रिकॉर्डेबल (सीडी आर) है। सीडी रिकॉर्डिंग ड्राइव में माध्यम से WORM Disk/CD-R Disks में हम एक बार ही डाटा को स्टोर कर सकते है। इन डिस्क में डेटा को पढ़ने के लिए लेजर बीम तथा डिस्क की सतह पर गड्ढे (पिट्स) बना कर लिखा जाता है।

2. कॉम्पैक्ट डिस्क- रीड/ राईट (CD-RW)

यह WORM डिस्क के समान है लेकिन आप इसमें सूचनाए कई बार मिटा और लिख सकते है।

3. डिजिटल वर्सटाइल डिस्क (डी.वी.डी.)

यह एक ऑप्टिकल स्टोरेज डिवाइस है जोकि सीडी जैसी दिखाई देती है लकिन इन की भंडारण क्षमता 4.7 जीबी 8.5 जीबी - होती हैं। डीवीडी को एकल परत डिस्क या डबल परत डिस्क के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है। यह अधिकतर उच्च गुणवत्ता वाली फिल्मों और ऑडियो फाइलों के भंडारण के लिए प्रयोग किया जाता है।

4. ब्लू-रेडिस्क

यह भविष्य में मौजूदा डीवीडी को बदल (रिप्लेस) सकती है। ये डिस्क भी अतिरिक्त क्षमता उच्च घनत्व डेटा स्टोर करने के साथ रिकॉर्डिंग के लिए लेजर बीम का उपयोग करती हैं। इसकी भंडारण क्षमता 50 जीबी से 500 जीबी है।

5. Pan Drive / फ्लैश मेमोरी

यह एक छोटा सा पोर्टेबल डिवाइस जो यूएसबी पोर्ट के माध्यम से एक कंप्यूटर से जुड़ा जा सकता है। यहां तक कि जब यह कंप्यूटर से जुड़ा नहीं होता तब भी डेटा को संग्रहित रख सकता है। यह आसानी से डिसकनेक्ट हो जाता है और सुरक्षित रूप से कहीं भी ले जा सकते है।

6. स्मार्ट मीडिया कार्ड

यह इन दिनों डिजिटल कैमरे में इस्तेमाल में सबसे लोकप्रिय है और एक पोर्टेबल क्रेडिट कार्ड की तरह है।

7. सिक्योर डिजिटल कार्ड (SD Card in Hindi)

यह दूसरी पीढ़ी मल्टीमीडिया कार्ड हैं। इसमे डेटा को लॉक और रक्षा करने की क्षमता है। इसके दो संस्करण है:

मिनी एसडी (MiniSD) कार्ड: यह स्मार्ट फोन में डेटा भंडारण की आवश्यकता को पूरा करता है।

माइक्रो एसडी कार्ड: यह MiniSD मेमोरी कार्ड से छोटा होता है तथा उसकी सभी विशेषताएं उसमें उपलब्ध होती है।

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